CBSE Introduces Skill Courses from Class 6 to Train Students as Therapists Animators and GIS Operators

सीबीएसई का बड़ा कदम: कक्षा 6 से बच्चों को मिलेगा थेरेपिस्ट, एनिमेटर और जीआईएस ऑपरेटर बनने का मौका!

CBSE Introduces Skill Courses from Class 6 to Train Students as Therapists Animators and GIS Operators

CBSE Introduces Skill Courses from Class 6 to Train Students as Therapists Animators and GIS Operato

मुजफ्फरपुर, 13 जनवरी: CBSE Introduces Skill Courses for Students from Class 6: सीबीएसई (केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) ने आगामी सत्र से कक्षा छह से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए कौशल आधारित पाठ्यक्रमों की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। इन कोर्सों के माध्यम से बच्चे विभिन्न क्षेत्रों जैसे थेरेपिस्ट, एनिमेटर, जीआईएस ऑपरेटर और अन्य करियर विकल्पों के लिए प्रशिक्षित हो सकेंगे।

सीबीएसई स्कूलों को मिलेगा शुल्क मुक्त प्रशिक्षण
सीबीएसई ने स्कूलों को सूचित किया है कि वे इन कौशल कोर्सों को बिना किसी शुल्क के चला सकेंगे। हालांकि, इसके लिए स्कूलों को तीन साल के भीतर संबंधित कौशल प्रयोगशाला स्थापित करने की शर्त दी गई है। इसके अलावा, सीबीएसई प्रत्येक जिले में जिला कौशल समन्वयक नियुक्त करेगा ताकि इन पाठ्यक्रमों का सही तरीके से संचालन किया जा सके।

कक्षा 6 से 12वीं तक कौशल मॉड्यूल
कक्षा छह से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए विभिन्न कौशल मॉड्यूल पेश किए गए हैं। छात्र इन मॉड्यूलों को एक शैक्षणिक सत्र में एक से अधिक चुन सकते हैं। ये मॉड्यूल कक्षाओं या हॉबी क्लबों के माध्यम से चलाए जाएंगे। छात्रों को पहले मौलिक मॉड्यूल से शुरुआत करनी होगी और फिर अगले चरण पर जाना होगा। इसके बाद छात्रों का मूल्यांकन स्कूल स्तर पर और परियोजना आधारित किया जाएगा।

कोर्स के माध्यम से करियर की संभावनाएं
सीबीएसई ने कहा है कि इन कौशल पाठ्यक्रमों के माध्यम से बच्चों को विभिन्न करियर में नौकरी प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, सीबीएसई ने कक्षा 9वीं और 10वीं के लिए 22 कौशल विषय और कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए 43 कौशल विषय तैयार किए हैं। इन विषयों में संबंधित नौकरी भूमिकाओं के बारे में भी जानकारी दी गई है, ताकि छात्रों को उनके करियर विकल्पों के बारे में स्पष्ट दिशा मिल सके।

स्कूलों को मिलेगा पोर्टल का समर्थन
सीबीएसई ने छात्रों के पंजीकरण और प्रमाणन के लिए एक पोर्टल भी विकसित किया है, जहां वे इन कौशल मॉड्यूल को चुनने और पूरा करने के बाद प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकेंगे। स्कूलों को इन पाठ्यक्रमों को शुरू करने के लिए सीबीएसई से कोई अलग से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं होगी, बस ओएसआईएस फॉर्म में विवरण भरना होगा और आवश्यक जानकारी प्रदान करने पर वे इन पाठ्यक्रमों को चला सकेंगे।

नए पाठ्यक्रमों से बच्चों को मिलेगा करियर में उन्नति का मौका
यह पहल सीबीएसई के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। बच्चों को प्रारंभ से ही व्यावसायिक और कौशल आधारित शिक्षा देने से उनके भविष्य को एक नई दिशा मिलेगी, और उन्हें अपने करियर में उन्नति के अधिक अवसर मिलेंगे।